Since my first year I have been designing many posters. For various clubs.
Most Frequently being the science club as it is required from me me being the Web and Publicity manager.
आज ख्वाब में तुम्हें देख न सका
बस गुसलखाने की उस पतली दीवार के पार से
सुन रहा था मैं
बूंदों की कलकल, रेडियो के गानों के बीच
उस मधुर गुनगुनाती आवाज़ को
सुन रहा...